पुरूषों की सेक्स संबंधी
समस्याएं और उनका उपचार
पुरूषों की अनेक ऐसी अनेक व्यक्तिगत बीमारियां हैं। जो उन्हें बुरी तरह
प्रभावित करती हैं। पुरूषों की सेक्स संबंधी समस्याएं स्वास्थ को खराब तो करती
ही हैं, साथ ही उनके दांपत्य जीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती
हैं। अपनी तमाम सेक्स समस्याओं के चलते पुरूष अत्याधिक कमजोरी महसूस करने लगते
हैं और मानसिक अवसाद की चपेट में आ जाते हैं। वह झोला छाप डॉक्टरों के चक्कर में
भी फंस जाते हैं और धन के साथ साथ अपना सब कुछ लुटा बैठते हैं। पुरूषों की यौन
समस्याओं का इलाज आयुर्वेद तथा घरेलू चिकित्सा पद्धति में मौजूद है। नीचे दी गई
कुछ बीमारियों और उनके उपचार को पढ़कर लाभ उठाया जा सकता है। आप इन पर अमल करने से
पहले रजिस्टर्ड वैध अथवा डॉक्टर से परामर्श जरूर ले लें। वैसे यह पूरी
तरह सुरक्षित घरेलू उपचार हैं।
यदि शीघ्रपतन हो रहा हो तो....
१ * इलायची दाना, बादाम, जावित्री, गाय का मक्खन और शक्कर
सभी को बराबर मात्रा में मिलाकर रोज सुबह खाने से धातु पुष्ट होती है। इससे
शीघ्रपतन दूर हो जाता है। कहने का मतलब यह धातु पतली होगी तो जल्दी बह जाती है और
गाढ़ी व स्वस्थ होगी, तो अधिक देर तक ठहरेगी।
२ * १० ग्राम सेमल की छाल दूध में पीसकर उसमे मिश्री मिलाकर रोज सुबह खाने से
धातु पुष्ट होती है तथा वीर्य में गाढ़ापन आता है और वीर्य में वृद्धि भी होती
है।
३ * दो ग्राम दालचीनी पाउडर सुबह शाम दूध में मिलाकर पीने से वीर्य में
गाढ़ापन आता है, इससे शीर्घ पतन दूर हो जाता है।
सेक्स (यौन) शक्ति बढ़ाने
के उपाय

२ * सेक्स शक्ति बढ़ाने के लिए रोजाना सौ ग्राम छुहारे दूध के साथ खाएं।
३ * दस-पन्द्रह मुनक्कों को पानी में धो कर दूध में उबालें। इससे वह फूल कर
मीठे हो जाएंगे। आप इन्हें खाकर ऊपर से वही दूध पी लें। सेक्स शक्ति में इजाफा
होगा।
४ * लहसुन को सेक्स शक्ति बढ़ाने और सेक्स संबंधी कमजोरी दूर करने के लिए
बहुत अच्छा माना जाता है। लहसुन की दो-तीन कलियां कच्ची ही खाने से सेक्स
क्षमता बढ़ती है।
५ * कूटे हुए छुहारे, पिस्ता, बादाम व बेल फल के बीज को
समान मात्रा में मिलाकर खाने से पुरूषों की यौन क्षमता बढ़ती है।
६ * सर्दी का मौसम हो तो सुबह दो-तीन खजूर घी में भूनकर नियमित रूप से खाने से
भी ताकत में इजाफा होता है।
७ * प्याज का रस सेक्स शक्ति बढ़ाने का कारगर उपाय है। विशेषकर सफेद प्याज
(जोकि आमतौर पर बाजार में मिलती नहीं है। इसलिए जब भी आपको बाजार में सफेद प्याज
दिखाई दे, तो तुरंत खरीद लें)। आप रोज प्याज का रस पीएं। रस पीना
रोज संभव न हो तो कच्ची प्याज सलाद में अधिक अधिक मात्रा में खाएं। सेक्स शक्ति
को बल मिलेगा।
८ * एक ग्राम जायफल का चूर्णं सुबह ताजे पानी के साथ लेने से सेक्स क्षमता
में बढ़ोत्तरी होती है।
९ * यदि सेक्स करने की इच्छा में कमी आई है, तो आप १५० ग्राम
गाजर को काटकर हाफ बॉयल्ड अंडा और एक चम्मच शहद मिलाकर दो ढाई माह तक दिन में एक
बार खाएं। सेक्स के प्रति अरूचि दूर हो जाएगी।
१० * छह मिलीग्राम प्याज का रस, ढाई चम्मच शहद, ३ ग्राम घी एक साथ
मिलाकर रोज शक्कर मिला दूध पिएं। यह नुस्खा दो तीन माह तक इस्तेमाल करने से
वीर्य में वृद्धि होती है और वीर्य गाढ़ा हो जाता है। वीर्य यदि गाढ़ा हो गया तो
ठहराव भी ज्यादा देर तक होगा और आप संतुष्ट हो पाएंगें।
११ * १५ ग्राम सफेद मूसली की जड़ को एक कप दूध में उबालकर दिन में दो बार पिएं।
इसके रोजाना सेवन से शीघ्रपतन से छुटकारा मिलता है साथ ही नपुसंकता भी दूर हो जाती
है।
१२ * बरसात के दिनों में रोज दो तीन बार जामुन खाने से भी बहुत लाभ होता है।
१३ * दो सौ मिलीग्राम गाय के दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से वीर्य की
कमी दूर हो जाती है।
धातु दुर्बलता दूर करने के
उपाय
२ * रोज सुबह दो-तीन खजूर को घी में भूनकर खाइए और ऊपर से इलायची, चीनी और कौंच डालकर
उबाला गया दूध पिएं। इससे धातु दुर्बलता दूर होती है।
३ * इलायची दाना, बादाम, जावित्री का चूर्णं, शक्कर व गाय का मक्खन एक
साथ मिलाकर खाने से धातु पुष्ट होती है।
४ * अमलतास की छाल का
महीन चूर्णं दो ग्राम की मात्रा में लेकर उसमें ४ ग्राम शक्कर मिलाकर गाय के दूध
के साथ सुबह शाम लेने से बहुत फाएदा होता है।
धातुस्राव होने पर इन उपायों को अजमाएं

२ * बीस ग्राम उड़द की
दाल का आटा लेकर उसे गाय के दूध में उबालें। फिर इसमें थोड़ा सा घी मिलाकर कुनकुना
ही पी जाएं। इसका रोज सेवन करने से पेशाब की नली से धातु स्राव पूरी तरह बंद हो
जाएगा। (उड़द की दाल सेक्स पावर बढ़ाने और उसकी समस्याओं को दूर करने में बहुत
सहायक होती है)
३ * ५० ग्राम इलायची, १५-२०
तुलसी के पत्ते व दस ग्राम मिश्री का क्वाथ बनाकर पीने से बहुत लाभ होता है।
४ * इलायची दाने और
सेंकी हुई हींग का लगभग तीन रत्ती चूर्णं घी और दूध के साथ पीने से पेशाब में
धातु का स्राव बंद हो जाता है।
५ * कड़वे कुंदरू की
जड़ का क्वाथ बनाकर २०-२५ दिन तक सेवन करने से धातु स्राव बंद हो जाता है, साथ
ही मर्दानगी भी बढ़ती है।
नपुसंकता दूर कर मर्दांगनी वापस पाने के उपाय
२ * दो सौ ग्राम लहसुन
पीसकर उसमें ६०० ग्राम शहद मिलाकर एक साफ जार में भर कर अच्छी तरह ढक्कन बंद
करके गेहूं की बोरी में रख दें। फिर तीस दिन बाद उसे बोरी से बाहर निकालें और
१०
ग्राम की मात्रा में चालीस पचास दिनों तक रोज सेवन करने से नपुसंकता दूर होती है
और खोयी हुई मर्दांगनी वापस आ जाती है।
३ * पन्द्रह ग्राम
तुलसी के बीज और ३० ग्राम सफेद मूसली का पाउडर तैयार करें। फिर इसमें ६० ग्राम
मिश्री पीसकर मिला दें और बोतल में भरकर रखें। इस पाउडर को ५ ग्राम रोज सुबह शाम
दूध के साथ पिएं।
४ * बेल की १०-१५
पत्तियां, २ बादाम गिरी और डेढ़ सौ ग्राम चीनी। इन तीनों को पीसकर उसमें
पानी डालकर धीमी आंच पर पकाएं और एक चौथाई पानी रह जाने पर उतार लें और ठंडा करके
पिएं।
५ * २० मिलीग्राम सफेद
प्याज़ का रस, १० ग्राम शहद और ३ मिलीग्राम अदरक का रस व
२ ग्राम घी लेकर सभी चीजों को एक साथ मिलाकर २० - २५ दिनों तक लेने से नपुसंकता
दूर होती है।
६ * नारियल के चूरे को
बरगद के दूध की ५ – ६ बूंद मिलाएं, फिर इस मिश्रण में ३ टी-स्पून शहद मिलाकर
सेवन करें। इससे मर्दांनगी बढ़ेगी।
७ * जंगली पालक के १००
ग्राम बीज का पाउडर बना लें। फिर लगभग ढाई ग्राम पाउडर दिन में तीन बार एक कप दूध
के साथ लें। लगभग डेढ़ महीने तक सादा खाना खाएं। आपको बहुत आराम मिलेगा।
(सभी चित्र गूगल सर्च
से साभार)
Cal me 9810724664
ReplyDeleteCal me 9810724664
ReplyDeleteMota Hone Ke Upay
ReplyDeleteLip Care Tips
Hair Tips
Motapa Kam Kare
Gharelu Upay
Gharelu Nuskhe
सिकंदर-ए-आज़म प्लस कैप्सूल
ReplyDeleteसिकंदर-ए-आज़म प्लस कैप्सूल स्वाभाविक रूप से लिंग का आकार बढ़ता है और पुरुष लिंग के प्रदर्शन को बढ़ाने मैं काम आता है
उत्तेजित अवस्था में शिश्न की लम्बाई ओर मोटाई बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि उत्थान केन्द्र कितना सशक्त है। जैसे ही मस्तिष्क में
काम जाग्रत होता है वैसे ही वह उत्थान केन्द्र को लिंग के स्पंजी टिशू में रक्त भेजने का आदेश भेजता है। यदि उत्थान केन्द्र सशक्त है तो वह उसी अनुपात में उतना ही अधिक रक्त लिंग में एकत्रित करने में समर्थ होता है जिसके फलस्वरूप लिंग का आकार उसी अनुपात में बड़ा हो जाता है। अगर उत्थान केन्द्र दुर्बल हो चुका है तो लिंग की लम्बाई, चैड़ाई अपेक्षाकृत कम होती है।
http://www.hindi.ind.in/lamba-ling.html