अपने दिल का ऐसे रखें ख्याल
हमारे शरीर में एक ही दिल
होता है। इसलिए हमें इसका बहुत ख्याल रखना चाहिए। दिल की बीमारियां बहुत ही घातक
होती हैं। लो ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की कमजोरी, धड़कन तेज होना या धीमा
होना, दिल में दर्द, हार्ट अटैक आदि ऐसी बीमारियां हैं। जो किसी भी व्यक्ति हो
सकती हैं। इन बीमारियों से रोगी अकाल मृत्यू का शिकार भी हो सकता है। तमाम चिकित्सा
पद्धितियों में दिल की बीमारियों के अच्छे इलाज मौजूद हैं, जो बहुत ही कारगर हैं। पर
यदि हम शुरू से ही दिल को लेकर संवेदनशील रहें, तो इसकी अच्छी देखभाल कर
सकते हैं और इन बीमारियों के चंगुल में आने से भी बच सकते हैं। मैं आपको आपके किचन
में मौजूद कुछ नुस्खे बताने जा रही हूं, जिनकी सहायता से आप अपने
दिल का ख्याल अच्छी तरह रख सकते हैं। पर इन नुस्खों को अजमाने से पहले किसी
रजिस्टर्ड वैध अथवा डॉक्टर से राय अवश्य ले लें।
दिल की कमजोरी ऐसे दूर करें
:
(1) आप रोज एक चम्मच शुद्ध
शहद का सेवन करें, इससे दिल मजबूत होता है।
(2) आप आंवला और मिश्री को
बराबर मात्रा में लेकर चूर्णं बनाएं। फिर इस चूर्णं को 5 ग्राम की मात्रा में लेकर
रोज खाएं। ऐसा करने से दिल के बहुत से रोग दूर हो जाते हैं।
(3) अगर का चूर्णं शहद के
साथ मिलाकर खाने से दिल की कमजोरी दूर होती है।
(4) गिलोय और काली मिर्च को
बराबर मात्रा में लेकर चूर्णं बनाएं और फिर 3-4 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार
खाएं। इससे दिल की कमजोरी दूर होती है।
(5) अर्जुन की छाल का
चूर्णं 10 ग्राम, गुड़ 10 ग्राम तथा 500 मिली. दूध को एक साथ मिलाकर पकाएं।
फिर इसमें गुड़ मिलाकर पीने से दिल की कमजोरी दूर होती है।
(6) गुड़ व देशी घी मिलाकर
खाने से भी दिल को ताकत मिलती है।
दिल का दर्द :
(1) अनार के 10 मिली. रस
में 10 ग्राम मिश्री डालकर, रोज सुबह पीने से दिल की
जकड़न और दर्द दूर हो जाता है।
(2) यदि छाती के बाईं ओर
दर्द उठता है और सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। साथ ही पसीना भी आता है, तो आप दूध में लहसुन पकाकर
पीएं। कुछ दिन लहसुन पका दूध पीने से यह शिकायत दूर हो सकती है।
(3) आप लौकी को उबालकर, उसमें नमक, धनिया, हल्दी, जीरा और हरा धनिया डालकर
पकाएं। यदि आप इसका सेवन करेंगें तो बहुत लाभ होगा।
(4) दिल में दर्द होने पर
या दिल का दौरा पड़ने पर 2 टेबलस्पून शुद्ध देशी घी में 2 ग्राम बेल का रस मिलाएं
और पिएं। इससे फौरन आराम मिलेगा।
(5) 10 मिली. अदरक के रस में थोड़ा सा
शहद मिलाकर चाटने से भी दिल के दर्द में आराम मिलता है।
यदि हाई ब्लड प्रेशर हो तो
:
(1) आप 2 टेबलस्पून शहद
में एक टेबलस्पून नींबू का रस मिलाकर सुबह शाम पिएं, ऐसा करने से ब्लड प्रेशर
कम हो जाता है।
(2) 5 ग्राम त्रिफला का
चूर्णं रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ रोजाना खाएं। आराम मिलेगा।
(3) आंवले का रस नियमित रूप
से पीने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा न के बराबर रहता है।
(4) सौंफ, मिश्री और जीरा को बराबर
मात्रा में लेकर चूर्णं बनाएं। फिर इस चूर्णं को सुबह शाम खाने से ब्लड प्रेशर
नियंत्रण में रहता है।
(5) हाई ब्लड प्रेशर के
रोगी 2-3 दिन सिर्फ नारंगी का रस पीएं और दूसरा कोई भी अन्न या जूस अथवा पेय
पदार्थ न पीएं, तो ब्लड प्रेशर नियंत्रण में आ जाता है।
(6) आप सुबह शाम खाली पेट
थोड़ा सा पपीता खाने से भी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रख सकते हैं।
ब्लड प्रेशर लो हो जाने पर
:
(1) आप दस पन्द्रह तुलसी
के पत्ते को अच्छी तरह मसल कर 4 चम्मच शहद मिलाकर खाएं। इससे ब्लड प्रेशर
नियत्रंण में रहेगा।
(2) आप तीस से पैंतीस
किशमिश को सिरेमिक बर्तन में रात भर भिगोकर रख दें और सुबह उठ कर खाली पेट खाएं।
इससे लो ब्लड प्रेशर की शिकायत दूर हो जाएगी।
(3) आप 6-7 बादाम रात भर
पानी में भिगोकर रख दें। फिर सुबह उन्हें छीलकर पीस लें। फिर एक गिलास दूध में
मिलाकर उबालें और गुनगुना करके पीएं। आपको बहुत आराम मिलेगा।
धड़कन तेज हो जाने पर इन्हें
अजमाएं :
(1) आप धड़कन तेज होने पर
आलूबुखारा खाएं या मीठा अनार खाएं, ऐसा करने से धड़कन
नियंत्रण में आ जाएगी।
(2) आप 10 मिली. अनार के
ताजे पत्तों को 100 मिली. पानी में पीस लें। फिर इसे छानकर पीने से दिल मजबूत
होता है और दिल की धड़कन नार्मल हो जाती है।
(3) आप 200 मिली. ताजे गाजर
के रस में 100 मिली. पालक का रस मिलाकर रोज सुबह पीने से दिल की सारी तकलीफ दूर हो
जाती हैं।
(4) दिल के मरीज रोज एक ग्लास
मक्खन रहित छाछ पिएं तो ब्लडबेसल्स पर जमा हुआ फैट कम हो जाता है। इससे तेज
धड़कन और घबराहट की समस्या का निदान हो जाता है।
(समाप्त)
बहुत ही सुंदर जानकारी
ReplyDeleteघर में वैद्य रहता लेकिन हम भटकते हैं इधर उधर
ReplyDeleteआयुर्वेद पर आज लोग विश्वास करने लगे हैं यह बहुत ही अच्छी बात हैं
देर से ही सही समझ में आ रहा है लोगों का
बहुत स्वास्थ्यलाभवर्धक जानकारी प्रस्तुति हेतु धन्यवाद
ये तो बहुत ही उत्तम जानकारी है। लगता है आप आयुर्वेद की गहन जानकार हैं।
ReplyDeleteएक बेहतरीन ज्ञानवर्धक पोस्ट बेहद उपयोगी
ReplyDeleteबहुत उपयोगी पोस्ट।
ReplyDeleteआपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन बहकती जुबान, भटकते नेता : आखिर मंशा क्या है में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार...
ReplyDeleteआप की पोस्ट में बहुत ही अच्छी जानकारियाँ मिलती है । बहुत बढ़िया ।
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी, आभार।
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी, आभार।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया और उपयोगी जानकारी....
ReplyDeleteबहुत ही बढिया और सरल जानकारी
ReplyDeleteबहुत ही बढिया और सरल जानकारी
ReplyDeleteबहुत बहुधनवद जानकारी के लिये
ReplyDeleteAapki post main mujhe bahut bada ilaaz mila hai aapka bahut 2 dhanyabad
ReplyDeleteAapki post main mujhe bahut bada ilaaz mila hai aapka bahut 2 dhanyabad
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